Sunday 23 March, 2008

आँसू

वो आँसू जो आँख से टपके, आँसू नहीं, थे दिल के टुकड़े॥
दर्द ने जब दिल को जकडा, टूट पड़ा दिल का टुकडा,
आँखें रोक सकीं ना उनको, जग कहता है आँसू जिनको॥
पलकों की बांधों से ढलके, वो आँसू तब आँख से टपके.
दिल पे पड़ा वो फफोला, जब अचानक फट गया,
दिल का दर्द सारा, आँसू बन के बह गया ,
मोती बह गए पानी बनके, वो आँसू तब आँख से टपके..
आँखों में था जो चेहरा, धुंधला सा होने लगा,
रौशन थी जिससे दुनिया वो अंधेरों में खोने लगा,
वक़्त का वो लम्हा अचानक से पिघल गया
हर जख्म हर एहसास आँसू बन के बह गया॥
टूटे दिल की आवाज बनके,वो आँसू तब आँख से टपके..

It's for you...
Regards
KP

No comments: